3 आसान योगासन, जो आपकी हाइट बढ़ाने में हेल्प कर सकते हैं
3 आसान योगासन, जो आपकी हाइट बढ़ाने में हेल्प कर सकते हैं
नई दिल्ली। अच्छी हाइट किसे नहीं चाहिए होती? यह सच है कि हर व्यक्ति की लंबाई जेनेटिक के अलावा पर्यावरण और पोषण जैसे कारणों पर भी निर्भर करती है, लेकिन एक व्यक्ति की फिज़िकल एक्टिविटी का भी हाइट पर फर्क पड़ता है। यहां तक कि आप जवां होने के बाद भी अपनी हाइट बढ़ाने के लिए नियमित रूप से कुछ योग आसनों का अभ्यास कर सकते हैं। जी हां, योग आपकी हाइट में कुछ इंच जोड़ सकती है। रोज़ योदासन करने से आपका शरीर और रीढ़ स्ट्रेच होती है, जिससे आपका पॉश्चर बेहतर होता है।
अपनी लंबाई बढ़ाने के लिए ये 3 योगासन आपके काम आ सकते हैं।
1. ताड़ासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाए और पैरों के बीच हिप्स जितना फासला रखें।
अब हाथों की उंगलियों को एक दूसरे में फंसाकर सांस को अंदर करते हुए हाथ को सिर के ऊपर की ओर लेकर जाएं।
अब एड़ियों को उठाएं और पंजों पर खड़े होते हुए संतुलन बनाने की कोशिश करें।
इस दौरान पैरों से लेकर सिर तक को स्ट्रेच करने की कोशिश करें।
इस मुद्रा में कुछ सेकेंड रुकें।
इस आसन के फायदे
- इस योग को करने से लंबाई बढ़ती है।
- पाचन तंत्र को मज़बूती मिलती है।
- शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है।
- घुटनों, टखनों और भुजाओं में मज़बूती आती है।
2. चक्रासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाइए। फिर घुटनों को मोड़कर, एड़ी को जितना हो सके अपने नितंब के पास लाइए। फिर अपने हाथों को उठाकर कानों के बगल में ले आएं। हथेलियों को जमीन पर रखें। अपने पैरों और हथेलियों का साथ में उपयोग कर शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं। वज़न को बराबर बांटते हुए शरीर को ऊपर खींचे। अपनी गर्दन को आराम से रखें और अपने सिर को पीछे की ओर जाने दें। इस मुद्रा में 30 सेकंड तक रहें।
इस आसन के फायदे
- इस आसन को करने से रीढ़ में लचीलापन आता है।
- पाचन और प्रजनन अंगों को स्वस्थ रखता है।
- पेट के अतिरिक्त मोटापे को कम करता है।
3. धनुरासन
धनुरासन को करने पर शरीर की मुद्रा धनुष जैसी दिखाई देती है। यही वजह है कि इसे धनुरासन कहा जाता है। धनुरासन को करने के लिए सबसे पहले अपने पेट के बल लेट जाएं। घुटनों को मोड़ते हुए कमर के पास ले आएं और फिर हाथों से दोनों टखनों को पकड़ें। अब अपने सिर, छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाएं। अपने शरीर के भार को पेट के निचले हिस्से पर लेने का प्रयास करें। पैरों को पकड़कर आगे की ओर शरीर को खींचने की कोशिश करें। अपनी क्षमतानुसार लगभग 15-20 सेकेंड तक इस आसन को करें। सांस को धीरे-धीरे छोड़े और छाती, पैर को जमीन पर रख आराम करें।
इस आसन के फायदे
- रीढ़ की हड्डियों में लचीलापन लाता है।
- कूल्हों को स्ट्रेच करता है।
- ब्लड सर्क्यूलेशन बेहतर होता है।
- पाचन तंत्र मज़बूत होता है
- हड्डियों की मांसपेशियों का तापमान बढ़ाता है।
- दिमाग़ शांत होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।